तू आया, मगर आ कर भी ना आया,
तू गया, मगर जा कर भी ना गया|
अब दिल हमारा, बड़ी उलझन में है बेचारा,
कि तू गया क्यों नहीं, जब तू आया ही नहीं था|
- प्रेरणा राठी
Kora Kagaz means a blank page, and a blank page can be used by anyone to express their emotions, feeling, and experiences in whichever form they would like to. So, here are some poetries which is also a form of expressing emotions, feelings and experiences, to which people can relate in different ways at different points of time. I hope my poetries would be relatable to people reading them.
तू आया, मगर आ कर भी ना आया,
तू गया, मगर जा कर भी ना गया|
अब दिल हमारा, बड़ी उलझन में है बेचारा,
कि तू गया क्यों नहीं, जब तू आया ही नहीं था|
- प्रेरणा राठी
आज तुमसे हमारी पहली मुलाकात थी,
ना जाने उसमे क्या बात थी|
ना कोई रिश्ता था तुमसे हमारा,
और ना ही कोई पहचान थी|
फिर भी इस दिल ने कहा,
कि एक दफा तुमसे बात करू,
बस एक दफा तुमको जान लू |
पर हमको क्या पता था,
कि ये दिल तुमसे इस कदर जुड़ जाएगा,
खुलेगा बातों का ख़जाना और,
आँखों से दरीया बहता जाएगा|
जन्म -जन्म का तो पता नहीं,
मगर इस जन्म में हमारा साथ चलता जाएगा|
भले हि ना रहना तुम साथ हमारे,
मगर तुम्हारा अक्स मेरे साथ चलता जाएगा|
- प्रेरणा राठी
दर्द-ए-दिल की दवा नहीं, जबाँ खोज रहा हूँ, सही गलत तू देख लेना, तालीम की राह खोज रहा हूँ| शायर हू, शायरी नहीं आशिक़ी खोज रहा हूँ, बरसांते तो ...