Friday, December 4, 2020

पहली मुलाकात

आज तुमसे हमारी पहली मुलाकात थी,

ना जाने उसमे क्या बात थी| 

ना कोई रिश्ता था तुमसे हमारा,

और ना ही कोई पहचान थी| 

फिर भी इस दिल ने कहा,

कि एक दफा तुमसे बात करू,

बस एक दफा तुमको जान लू | 

पर हमको क्या पता था,

कि ये दिल तुमसे इस कदर जुड़ जाएगा,

खुलेगा बातों का ख़जाना और,

आँखों से दरीया बहता जाएगा| 

जन्म -जन्म का तो पता नहीं,

मगर इस जन्म में हमारा साथ चलता जाएगा| 

भले हि ना रहना तुम साथ हमारे,

मगर तुम्हारा अक्स मेरे साथ चलता जाएगा| 


                        - प्रेरणा राठी  

4 comments:

मौत का डर

जिंदगी तो जिंदगी, अब तो मौत से भी डर लगता है, छोड़ जाओगे साथ हमारा, कहाँ वक्त लगता हैं |  ना जाने कब हमारी साँसे हमें धोखा दे जाएँ, ना जाने क...