हाँ, बदल गया हूँ मैं ,
खुद के ही नए हिस्से से मिला हूँ मैं |
नहीं जानता था कल तक मैं इसे ,
पर वक्त और हालात ने मिला दिया मुझे इससे |
मानू या ना मानू, ये मेरा ही हिस्सा हैं ,
मेरी कहानी का ये भी एक किस्सा हैं |
खुद को ही जानने कि कोशिश कर रहा हूँ ,
नए आज को समझने कि कोशिश कर रहा हूँ |
प्यार है अगर मुझसे, तो तु भी इसको जान ले ,
मोहब्बत है अगर मुझसे, तो तु भी इसको मान ले |
तुने मुझे बदलते हुए देखा हैं ,
और शायद इसी का तुझे गिला है |
पर इस पर मेरा कोई जोर नहीं ,
वक्त और हालात ने मुझे यहाँ धकेला है |
जाना है तो रोकूँगा नहीं मैं तुझे ,
मगर आज भी है मुझे मोहब्बत तुझसे |
वक्त के साथ शायद तुझे भी भूल जाऊँगा ,
बदले जो हालात, तो शायद फिर बदल जाऊँगा |
पर पहले जैसे भी हूँ मैं ,
मगर हाँ, बदल गया हूँ मैं |
- प्रेरणा राठी